मौसम केंद्र, गोवा |
मौसम केन्द्र गोवा अपने ही परिसर, जो कि गोवा राज्य के उत्तर गोवा जिला में अंक्षाश 15° 29’ तथा देशांतर 73° 49’ पर स्थित है| गोवा एक छोटा एवं सुंदर राज्य है तथा पर्यटन के लिए जाना जाता है| गोवा राज्य, दो जिलों अर्थात् उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा में विभाजित हैं तथा दोनों जिले 11 तालुकाओं में विभाजित हैं जिनका कुल क्षेत्रफल लगभग 3702 वर्ग कि. मी. है| गोवा, भारत के कोंकण तट पर स्थित है जिसकी समुद्री तट की लंबाई लगभग 131 कि.मी. है। गोवा,आंशिक रूप से पर्वतीय क्षेत्रों के लगभग 1200 मीटर लंबी पश्चिमी घाटों में पड़ता है| गोवा की दो प्रमुख नदियां, मांडोवी एवं जुआरी हैं| गोवा में अधिकतर वर्षा दक्षिण पश्चिम मानसून (जून से सितंबर ) के दौरान होती है जो की औसतन 250 से.मी. है | गोवा 19 दिसंबर1961 तक,पुर्त्तगालियों की बस्ती थी जो कि सैन्य बलों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की मदद से इसे मुक्त कराया तथा भारतीय संघ में शामिल किया गया | 30 मई 1987 को गोवा,को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। यह कार्यालय पहले “सर्विको मीटरोलोजिको नासिओनल के अंतर्गत "सर्विको मीटरोलोजिको डो एस्ताडो डा इंडिया" के नाम से जाना जाता था, जिसकी स्थापना लिसबोआ, पुर्तगाल में 29 अगस्त, 1946 में हुई| (ढांचे में बदलाव के बाद इसकानाम बदल दिया गया, और अब 'Instituto डे Meteorologia", लिस्बन, पुर्तगाल के नाम से जाना जाता है |यहाँ मौसम सेवाएँ शुरू होने के तत्काल बाद ही गोवा में भी मौसम संबंधी सेवाएं शुरू हो गयीं थी |) बाद में,1963 के मध्य में यह “भारत मौसम विज्ञान विभाग” के अंतर्गत “गोवा वेधशाला” के नाम से जाना जाने लगा तथा अगस्त 2007 से इसे गोवा राज्य के अंतर्गत “मौसम केन्द्र" घोषित कर दिया गया। |